
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने भवन परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें नमन किया। लगभग ₹273.11 करोड़ की लागत से तैयार यह इको-फ्रेंडली भवन छत्तीसगढ़ की नई पहचान बनने जा रहा है।
इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा समेत कई मंत्री, विधायक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

🏛️ भव्यता और परंपरा का संगम
नवा रायपुर के सेक्टर-19 में बना यह नया विधानसभा भवन 20.78 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसकी वास्तुकला पारंपरिक भारतीय महलों की झलक देती है और डिज़ाइन राष्ट्रपति भवन से प्रेरित है। भवन के बाहर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा इसकी गरिमा को और बढ़ाती है।

🪑 भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार
वर्तमान में विधानसभा में 90 सदस्य हैं, लेकिन नए भवन में 120 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
यह सुविधा भविष्य में सीटों के विस्तार की संभावना को ध्यान में रखकर दी गई है।
🧱 तीन ब्लॉकों में विभाजित आधुनिक संरचना
नया विधानसभा भवन तीन मुख्य ब्लॉकों में विभाजित है —
- ब्लॉक A: विधानसभा सचिवालय के लिए समर्पित, जहां सभी शाखाएं और अधिकारियों के कार्यालय होंगे।
- ब्लॉक B: मुख्य सदन, जिसमें मुख्यमंत्री, अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, उपाध्यक्ष के कक्ष, सेंट्रल हॉल और मीडिया लाउंज शामिल हैं।
- ब्लॉक C: विधायकों और मंत्रियों के चेंबर, बैंक, पोस्ट ऑफिस, मेडिकल सुविधा और सार्वजनिक सेवाओं के लिए बनाया गया है।
⚙️ आधुनिक सुविधाओं से लैस
यह भवन अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है।
यहां डिजिटल लाइब्रेरी, 500 सीटों का ऑडिटोरियम, सेंट्रल हॉल (200 सीट क्षमता), और एलोपैथी, होम्योपैथी व आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी।
महिला, पुरुष, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर सभी के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था की गई है।
🎨 कला, संस्कृति और हरियाली का संगम
भवन के कॉरिडोर और दीवारों को बस्तर और सरगुजा की पारंपरिक कला से सजाया गया है।
यहां एक म्यूजियम और आर्ट गैलरी भी विकसित की जा रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और राजनीतिक विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा।
पूरे परिसर में हरियाली और ग्रीन लैंडस्केप विकसित किया गया है।
📚 हाइटेक लाइब्रेरी
नई विधानसभा की लाइब्रेरी में 55,000 से अधिक पुस्तकों, ई-बुक्स और ऑनलाइन संसाधनों की सुविधा होगी। यह लाइब्रेरी पूरी तरह डिजिटल और इको-फ्रेंडली है।
💰 निर्माण लागत और इतिहास
इस भवन की शुरुआती अनुमानित लागत ₹394 करोड़ थी, लेकिन इसे घटाकर ₹273.11 करोड़ में पूरा किया गया।
पुराने विधानसभा भवन की सीमित जगह और यातायात समस्याओं को देखते हुए यह नया परिसर नवा रायपुर में बनाया गया है।
पहले विधानसभा सत्र की शुरुआत 14 दिसंबर 2000 को राजकुमार कॉलेज, रायपुर में हुई थी।
🏗️ भूमिपूजन से लोकार्पण तक का सफर
इस भवन का भूमिपूजन 28 अगस्त 2020 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने किया था।
सोनिया गांधी और राहुल गांधी उस वक्त वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़े थे।
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसके लोकार्पण के साथ यह भवन छत्तीसगढ़ के विकास और लोकतंत्र का नया प्रतीक बन गया है।
