नारायणपुर। नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने “नक्सली भत्ता” (CRMC) न मिलने पर मारे गए नक्सलियों का पोस्टमार्टम करने से साफ इंकार कर दिया। डॉक्टरों का गुस्सा तब फूटा जब अबूझमाड़ में मुठभेड़ के दौरान मारे गए दो कुख्यात नक्सलियों के शव जांच के लिए अस्पताल पहुंचे।
9 महीने से नहीं मिला भत्ता, भड़के डॉक्टर
मेडिकल ऑफिसर डॉ. हिमांशु सिन्हा ने बताया कि जनवरी 2025 से अब तक नक्सल प्रोत्साहन क्षेत्र भत्ता नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा,
“सरकार हर काम को समय पर पूरा करने का दावा करती है, लेकिन हमारे मामले में वादे कागज़ों से आगे नहीं बढ़े। जब तक बकाया भुगतान नहीं होता, हम विरोध जारी रखेंगे।”
सीएमएचओ ने दिया आश्वासन
जिला CMHO एस.एस. राज ने स्थिति संभालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि यह राज्य स्तरीय मामला है और अक्टूबर-नवंबर में बजट का आवंटन होने के बाद एक सप्ताह के भीतर भुगतान कर दिया जाएगा। आश्वासन के बाद डॉक्टर मान गए और पोस्टमार्टम शुरू कर दिया।
अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी
डॉक्टरों की इस बगावत से अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। पुलिस और प्रशासन भी मौके पर मौजूद रहा। हालांकि मामला शांत होने के बाद पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी की गई।
