रायपुर। अग्रवाल और सिंधी समाज के ईष्ट देवताओं पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल को अदालत ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस अब उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में रखेगी और इसी दौरान बघेल को उनकी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैतृक गांव भी ले जाया जाएगा।
थाने में सरेंडर करने के बाद पुलिस ने बघेल को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जेनिफर लकड़ा की अदालत में पेश किया, जहां पुलिस रिमांड की मांग स्वीकार कर ली गई। अब अगले 72 घंटों तक पुलिस उन्हें मामले से जुड़े बयानों और घटनाक्रम पर पूछताछ कर सकेगी।
कहां से शुरू हुआ विवाद?
यह विवाद 27 अक्टूबर को तब भड़का, जब छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़फोड़ की घटना के बीच बघेल ने अग्रसेन महाराज और झूलेलाल भगवान पर टिप्पणी की थी। उनका बयान सामने आते ही दोनों समाजों में जोरदार नाराज़गी फैल गई।
अग्रवाल और सिंधी समाज ने जताई तीखी आपत्ति
विवादित टिप्पणी के बाद रायपुर, रायगढ़, सरगुजा समेत प्रदेश के कई जिलों में:
- समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए,
- थानों में एफआईआर दर्ज करवाने की मांग उठी,
- और दोनों समुदायों ने कार्रवाई की माँग को लेकर प्रशासन पर दबाव बनाया।
सिंधी समाज के प्रतिनिधियों ने कोतवाली थाना पहुंचकर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद मामले में तेजी आई।
