नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के हाथ एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय ठग का सुराग लगा है, जिसकी ठगी का नेटवर्क भारत से निकलकर अमेरिका, दुबई, जापान और मलेशिया तक फैला हुआ था। मालवीय नगर निवासी रविंद्र नाथ सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिस पर करीब 970 करोड़ रुपये की अंतरराष्ट्रीय ठगी का आरोप है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी ने बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और रेसलर द ग्रेट खली के नाम का इस्तेमाल कर भी लोगों को जाल में फंसाने का दावा किया है।
कानपुर की ठगी से खुला अंतरराष्ट्रीय गिरोह का राज
रविंद्र नाथ सोनी को कानपुर में 42.29 लाख रुपये की ठगी के मामले में देहरादून से गिरफ्तार किया गया था। जांच आगे बढ़ी तो सामने आया कि यह मामला सिर्फ एक शहर या देश तक सीमित नहीं है, बल्कि एक बहुराष्ट्रीय आर्थिक अपराध का हिस्सा है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल के अनुसार, जांच में अब तक 970 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध ट्रांजेक्शन सामने आए हैं, जिससे यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा माना जा रहा है।
हवाला और क्रिप्टो से भारत लाया जाता था पैसा
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए विदेशी पैसों को भारत में ट्रांसफर करता था। उसके बैंक खातों और फाइनेंशियल ऑपरेशन को अमेरिका में बैठी एक महिला संचालित करती थी, जो नेटवर्क का अहम हिस्सा मानी जा रही है।
हथियार और ड्रग्स लिंक की भी आशंका
पुलिस को आशंका है कि ठगी से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल हथियारों की तस्करी और ड्रग्स नेटवर्क में भी किया जा सकता है। इसी कारण मामले की जांच कई एजेंसियों के समन्वय से की जा रही है।
दुबई से आए पीड़ितों ने खोली परतें
शुक्रवार को दुबई से आए एक कलाकार ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर आरोपी के खिलाफ चार करोड़ रुपये की ठगी से जुड़ा पूरा ब्योरा सौंपा। बताया गया कि आरोपी ने हर महीने 4–5 प्रतिशत ब्याज का लालच देकर निवेश कराया और शुरुआती महीनों में रकम लौटाकर भरोसा जीता।
बाद में आरोपी दुबई में एक अन्य मामले में गिरफ्तार हुआ और पैसा लौटाकर छूट गया, लेकिन इसके बाद कई लोगों ने उसके खिलाफ वहां शिकायतें दर्ज कराईं।
सोनू सूद और द ग्रेट खली के नाम का किया गया इस्तेमाल
पीड़ितों के अनुसार, रविंद्र नाथ सोनी ने दुबई में कार्यक्रम आयोजित कर खुद को एक बड़ी कंपनी का प्रतिनिधि बताया और दावा किया कि सोनू सूद और द ग्रेट खली उसकी कंपनी के ब्रांड एंबेसडर हैं। इसी भरोसे पर कई लोगों ने निवेश किया, लेकिन बाद में आरोप है कि आरोपी ने लगभग आधा पैसा हड़प लिया।
11 सिस्टर कंपनियों से रचा गया ठगी का जाल
जांच में सामने आया है कि रविंद्र ने एक ब्लू-चिप कंपनी के नाम पर 11 सिस्टर कंपनियाँ बना रखी थीं। इन कंपनियों में निवेश पर हर महीने मोटा ब्याज देने का लालच देकर लोगों से 70 लाख से लेकर 12 करोड़ रुपये तक की रकम ठगी गई।
अभी बढ़ सकता है आंकड़ा
पुलिस के मुताबिक आने वाले दिनों में दुबई और अन्य देशों से और पीड़ित भारत पहुंच सकते हैं, जिससे ठगी की रकम और नेटवर्क का दायरा बढ़ने की आशंका है। फिलहाल आरोपी से गहन पूछताछ जारी है और अंतरराष्ट्रीय कड़ियों को खंगाला जा रहा है।
