रायपुर। भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में हुए घोटालों ने ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ का चीरहरण किया। अब जब इन मामलों की जांच आगे बढ़ रही है, तो कांग्रेस संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाकर प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
SIR प्रक्रिया पर चंद्राकर का बयान
राज्य में शुरू हुई SIR (स्पेशल इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट) प्रक्रिया को लेकर विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि पूरे देश में यह व्यवस्था लागू की गई है। इससे आम लोगों को राहत मिलेगी और पारदर्शिता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि CGPSC घोटाले समेत कांग्रेस कार्यकाल में हुए अनगिनत घोटालों को याद करना ही मुश्किल है।
“पहले अपना घर संभाले कांग्रेस”
पामगढ़ विधायक से जुड़े वायरल ऑडियो क्लिप पर चंद्राकर ने कहा कि जिस समय उन्होंने स्पष्टीकरण दिया, उस वक्त कांग्रेस का कोई नेता उनके साथ खड़ा नहीं था। उन्होंने भाजपा या प्रशासन पर एक शब्द तक नहीं कहा, बल्कि कांग्रेस पर ही सवाल उठाए। ऐसे में कांग्रेस को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले अपना घर संभालना चाहिए।
कांग्रेस एक्टिव हुई तो शेषराज का ऑडियो आया सामने
वोट चोर–गद्दी छोड़ अभियान के बीच कांग्रेस के एक्टिव होने पर चंद्राकर ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि जैसे ही कांग्रेस एक्टिव हुई, शेषराज हरवंश का ऑडियो वायरल हो गया। यही वजह है कि कांग्रेस नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चुनने की जल्दी में है।
CGPSC घोटाला : “भ्रष्टाचार की नींव कांग्रेस ने रखी”
सीजीपीएससी घोटाले पर बड़ा बयान देते हुए चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस के पांच साल के घोटाले गिनाना ही मुश्किल है। सोनवानी प्रकरण की जांच भी उनकी सरकार के दौरान हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत की गईं और प्रदेश की पूरी रीढ़ को हिलाने की साज़िश रची गई।
कांग्रेस की नई लीडरशिप पर तंज
कांग्रेस में उभरती लीडरशिप पर भी चंद्राकर ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और संगठन का मेल कभी संभव नहीं। पार्टी में सिर्फ कहने भर के नेता हैं—जो कुछ वक्त के लिए आते हैं और फिर गुमनाम हो जाते हैं। छत्तीसगढ़ बनने से लेकर अब तक कांग्रेस नेताओं की असली हैसियत जनता देख चुकी है।
