छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के भाटापारा स्थित नई सब्जी मंडी में सोमवार सुबह अचानक लगी भीषण आग ने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया। कुछ ही मिनटों में आग इतनी तेज फैली कि पूरा मंडी परिसर लाल लपटों और घने काले धुएं से भर गया। घटना के बाद वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई।

घटना के समय मंडी में भारी भीड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह मंडी में सब्जियों की नीलामी जारी थी। किसान, व्यापारी, आढ़ती, बोलीकर्ता और मजदूर बड़ी संख्या में मौजूद थे। इसी दौरान मंडी के एक हिस्से से धुआं उठता दिखा और देखते-देखते आग ने कई दुकानों व गोदामों को अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर मौजूद लोगों ने जान बचाने के लिए भागना शुरू कर दिया।
दुकानें, गोदाम और नकदी सब जलकर खाक
आग इतनी तेज थी कि दुकानदारों को सामान बाहर निकालने का मौका तक नहीं मिल पाया। सब्जियों के कैरेट, प्लास्टिक की टोकरियां, लकड़ी के ढेर और अन्य सामान धधक उठे। कई दुकानों में रखी नगदी, सब्जियां और माल पूरी तरह से राख हो गए। स्थानीय व्यापारियों के अनुसार, शुरुआती अनुमान में लगभग 50 लाख रुपये से अधिक के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं
घटना की सूचना मिलते ही भाटापारा नगर पालिका, बलौदा बाजार और आसपास के इलाकों से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा व प्रशासनिक अधिकारी भी मंडी पहुंचे और हालात का जायजा लिया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी।
आग का कारण अभी स्पष्ट नहीं
अभी तक आग लगने की आधिकारिक वजह सामने नहीं आई है। हालांकि, प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट या किसी ज्वलनशील वस्तु के कारण आग भड़कने की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना के बाद मंडी की सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है। न तो यहां फायर हाइड्रेंट लगे हैं, न अलार्म सिस्टम मौजूद है और न ही आग बुझाने के लिए पर्याप्त प्राथमिक साधन। व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
