Online Gaming Bill 2025 पास होने के बाद इंडस्ट्री में मचा हड़कंप
नई दिल्ली। ऑनलाइन गेमिंग कारोबार पर सरकार का शिकंजा कस गया है। संसद के दोनों सदनों से Online Gaming Bill 2025 पास हो चुका है। इसके बाद रियल-मनी गेम्स पर पूरी तरह रोक लग गई है। नतीजा—इस सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी Dream11 अब अपने मुख्य कारोबार को बंद करने की तैयारी में है।
Dream11 के करोड़ों यूजर्स पर असर
- Dream11 भारत की सबसे बड़ी फैंटेसी गेमिंग कंपनी है, जिसके 28 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं।
- कंपनी का लगभग 90% रेवेन्यू रियल-मनी कॉन्टेस्ट से आता है।
- FY24 में ही इसका टर्नओवर करीब 9,600 करोड़ रुपये रहा।
- नए कानून के तहत पेमेंट-आधारित गेम्स पर प्रतिबंध के कारण प्लेटफॉर्म ने अपनी रियल-मनी यूनिट बंद करने का फैसला किया है।
CEO हर्ष जैन का संदेश
- Dream Sports के CEO हर्ष जैन ने एक इंटरनल नोट में कहा कि कानून लागू होने के बाद “अब कोई रास्ता नहीं बचा है।”
- कंपनी ने स्थायी और कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से बता दिया है कि रियल-मनी बिजनेस यूनिट बंद हो जाएगी।
- हालांकि, कंपनी ने फिलहाल ऐप बंद करने का औपचारिक ऐलान नहीं किया है।
ड्रीम-11 की तेज़ी से बढ़ी वैल्यूएशन
- साल 2008 में हर्ष जैन और भावित शेठ ने Dream11 की शुरुआत की।
- 2021 तक कंपनी की वैल्यूएशन 8 अरब डॉलर तक पहुंच गई।
- इसमें टाइगर ग्लोबल, क्रिसकैपिटल, मल्टीपल्स और TCV जैसे बड़े निवेशकों का समर्थन रहा।
क्यों डरी हुई है पूरी गेमिंग इंडस्ट्री?
- नए कानून से सिर्फ E-sports और सोशल गेमिंग को छूट दी गई है।
- जबकि फैंटेसी स्पोर्ट्स, पोकर और रमी जैसे रियल-मनी गेम्स पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है।
- उल्लंघन करने पर तीन साल की जेल या 1 करोड़ रुपये जुर्माने का प्रावधान है।
- इसी वजह से इस सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की जा रही है।
