रायपुर 15 अगस्त 2025 — छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए राजधानी रायपुर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिए गर्व और प्रेरणा का दिन है, जब हम अपने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और वीर जवानों के बलिदान को याद करते हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के 25 वर्ष पूरे होने पर ‘छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव’ की शुरुआत का ऐलान भी किया।
विकसित भारत–विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि यह अवसर केवल जश्न का नहीं, बल्कि संकल्प लेने का भी है। “हम अटल बिहारी वाजपेयी जी के सुशासन की प्रेरणा से विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं,” उन्होंने कहा।
वोकल फॉर लोकल और लोकल टू ग्लोबल विजन
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने बताया कि नई औद्योगिक नीति के जरिए प्रदेश में बनने वाले उत्पादों को वैश्विक मंच प्रदान किया जाएगा। इसका उद्देश्य न केवल स्थानीय रोजगार सृजन है, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी मजबूत करना है।
इतिहास के वीर नायकों को श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक विद्रोहों और नायकों का स्मरण किया।
- परलकोट विद्रोह के 200 वर्ष पूरे होने पर शहीद गेंदसिंह की वीरता का उल्लेख
- शहीद वीरनारायण सिंह की बलिदानी गाथा
- रायपुर सिपाही विद्रोह के नायक हनुमान सिंह को नमन
- भूमकाल विद्रोह के नायक वीर गुंडाधुर का अद्भुत साहस
- यादव राव, वेंकट राव, धुरवा राव, डेबरी धुर और आयतु माहरा सहित अनेक जनजातीय वीरों का योगदान
नक्सलवाद पर कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में मार्च 2026 तक देश को माओवादी आतंक से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले 20 महीनों में—
- 450 माओवादी मारे गए
- 1578 गिरफ्तार हुए
- 1589 ने आत्मसमर्पण किया
आत्मसमर्पण करने वालों के पुनर्वास, कौशल विकास और रोजगार की व्यवस्था की गई है। नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों की रफ्तार भी तेज हुई है—50 बंद स्कूल फिर से खुले, कई गांवों में पहली बार बिजली पहुंची और पामेड़ जैसे पूर्व नक्सली गढ़ में बैंक शाखा खोली गई।
महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के तीन महीने के भीतर महतारी वंदन योजना शुरू की गई, जिसके तहत 70 लाख महिलाओं को हर महीने ₹1000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। अब तक ₹11,728 करोड़ की राशि वितरित की जा चुकी है। रायगढ़ जिले में महिला समूहों को रेडी-टू-ईट फूड उत्पादन का कार्य सौंपा गया है और इसका विस्तार अन्य जिलों में किया जाएगा।
स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं में सुधार
उन्होंने बताया कि ताड़मेटला के पास चिंतागुफा के स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण-पत्र मिला है। यहां हर महीने औसतन 20 प्रसव होते हैं और हजारों ग्रामीण निःशुल्क इलाज की सुविधा पा रहे हैं। नियद नेल्ला नार योजना के तहत 327 गांवों में बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का यह संबोधन न केवल उपलब्धियों और विकास कार्यों का विवरण था, बल्कि आने वाले समय के लिए एक स्पष्ट रोडमैप भी प्रस्तुत करता है, जिसमें सुरक्षा, विकास, महिला सशक्तिकरण और लोकल उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने की प्रतिबद्धता झलकती है।
