बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए खुद के अपहरण की झूठी साजिश रच डाली। युवक ने अपने ही पिता को फोन कर 10 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी बेटे को पेंड्रा से गिरफ्तार किया है।
📞 फोन पर बोला – मुझे अगवा कर लिया गया है
जानकारी के अनुसार, जशपुर जिले के देहराखार नारायणपुर निवासी संजय कुमार यादव पिछले 10 साल से बिलासपुर के कस्तूरबा नगर में किराए के मकान में रह रहा था। वह एमएससी तक पढ़ा है और अपने परिवार को बताता था कि वह बैंक और कोचिंग सेंटर दोनों जगह काम करता है।
1 अक्टूबर को उसने पिता बालेश्वर यादव को फोन कर बताया कि वह घर आ रहा है। देर रात तक नहीं पहुंचने पर जब पिता ने फोन किया तो मोबाइल बंद मिला। अगले दिन अचानक फोन आया कि “8-10 लोगों ने मुझे किडनैप कर लिया है, मुझे छुड़ाने के लिए 10 लाख रुपये देने होंगे।”
💳 अपने ही अकाउंट में मांगे पैसे
जब पिता ने घबराकर फिरौती की रकम भेजने का तरीका पूछा तो संजय ने कहा कि “रकम मेरे ही बैंक अकाउंट में जमा कर दो।” यहीं से पुलिस को शक हुआ कि मामला फर्जी है। पिता ने इसकी जानकारी सीएम हाउस को दी, जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस हरकत में आई और युवक की तलाश शुरू की।
🕵️♂️ किराए के मकान में ताला, मोबाइल लोकेशन से खुला राज
पुलिस जब युवक के किराए के घर पहुंची तो वहां ताला बंद मिला। पड़ोसियों ने बताया कि वह कोरबा की एक युवती के साथ रहता था, जो बताने लगी कि वह गांव जा रहा हूं कहकर निकला था। पुलिस ने मोबाइल ट्रैक किया तो लोकेशन कभी बिलासपुर, कभी गौरेला, तो कभी रायगढ़ की मिल रही थी। लगातार मोबाइल ऑन-ऑफ करने से टीम भटकती रही, लेकिन आखिरकार युवक को पेंड्रा से गिरफ्तार कर लिया गया।
🚨 फर्ज़ी किडनैपिंग का सच आया सामने
पूछताछ में संजय ने कबूल किया कि उसे पैसों की जरूरत थी और इसी वजह से उसने खुद की फर्जी किडनैपिंग की योजना बनाई। उसने यह भी माना कि उसे नहीं लगा था कि पुलिस इतनी तेजी से उसे ट्रैक कर लेगी।
📢 पुलिस जल्द करेगी खुलासा
बिलासपुर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले का औपचारिक खुलासा जल्द किया जाएगा और इस बात की भी जांच की जा रही है कि किसी और ने इसमें उसकी मदद तो नहीं की।
