मुख्यमंत्री ने कहा— कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों को सक्रियता और जवाबदेही के साथ काम करना होगा
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सोमवार को राजधानी रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) में कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस का दूसरा दिन शुरू हुआ। बैठक में प्रदेश की कानून-व्यवस्था, नवीन आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन, और जिलों के प्रदर्शन (परफॉर्मेंस) की विस्तार से समीक्षा की जा रही है।
मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि महिला और बालिका से जुड़े आपराधिक मामलों में संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में चालान निर्धारित समय सीमा के भीतर प्रस्तुत किया जाना चाहिए, ताकि पीड़ितों को शीघ्र न्याय मिल सके।
🔸 साइबर अपराध पर सख्त रुख
बैठक में साइबर अपराधों और ऑनलाइन ठगी से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों की अलग से समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि साइबर अपराध के तरीके लगातार बदल रहे हैं, इसलिए जन-जागरूकता बढ़ाने और तकनीकी प्रशिक्षण देने पर जोर दिया जाए।
उन्होंने निर्देश दिया कि अंतर्विभागीय समन्वय के साथ राज्यभर में लगातार साइबर जागरूकता अभियान चलाया जाए और साइबर हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि आम नागरिक तत्काल मदद ले सकें।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि राज्य में फिलहाल पाँच साइबर थाने संचालित हैं, जबकि नौ नए थानों का संचालन शीघ्र शुरू किया जाएगा, जिससे साइबर अपराधों पर नियंत्रण और अधिक प्रभावी होगा।
🔸 वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी
इस महत्वपूर्ण बैठक में गृह मंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव विकास शील, अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ, और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह सहित रेंज आईजी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी शामिल रहे। बैठक में विभिन्न जिलों से कानून-व्यवस्था से जुड़े मामलों, अपराध दर, और प्रशासनिक कार्यों की स्थिति पर प्रस्तुति दी गई।
