रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान फिर एक बार संवेदनशील पहल की मिसाल पेश की। इस दौरान उन्होंने दो दिव्यांग प्रतिभाओं की मदद के लिए त्वरित निर्णय लेते हुए उनके जीवन और करियर को नई दिशा देने का संकल्प जताया।
पैरों से चित्र उकेरने वाली पूनम की मदद
तेलीबांधा, रायपुर की 11 वर्षीय पूनम सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रही है। वह बोल नहीं पाती, लेकिन अपने पैरों से शानदार चित्र उकेरती है। मुख्यमंत्री साय ने जनदर्शन में उसकी मां से मुलाकात की, जिन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण पूनम की पढ़ाई में कठिनाइयाँ आ रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बच्ची के हुनर और जज्बे की सराहना करते हुए कहा — “बिटिया जैसी प्रतिभाएं हमारी प्रेरणा हैं, हम उसका पूरा सहयोग करेंगे।”
उन्होंने तत्काल निर्देश दिए कि पूनम का दाखिला विशेष विद्यालय में कराया जाए और उसकी पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति भी दी जाए। साथ ही परिवार को भरोसा दिलाया कि सरकार हर कदम पर उनके साथ है।
दिव्यांग रग्बी खिलाड़ी पिंटू राम साहू को मिला सहयोग
इसी कार्यक्रम में अभनपुर के दिव्यांग रग्बी खिलाड़ी पिंटू राम साहू ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि खेल उपकरण और व्हीलचेयर के अभाव में उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने बिना देर किए 90 हजार रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की और चेक प्रदान किया।
पिंटू ने बताया कि वे चार वर्षों से व्हीलचेयर रग्बी से जुड़े हैं और हाल ही में ग्वालियर में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की इस मदद से उनका आत्मविश्वास कई गुना बढ़ा है।
संवेदनशील प्रशासन की झलक
जनदर्शन में लगातार मिल रहे त्वरित निर्णय मुख्यमंत्री साय की “जनसुनवाई से जनसहानुभूति तक” की नीति को दर्शाते हैं। दिव्यांगों और जरूरतमंदों के लिए किए गए ये कदम न केवल प्रशासनिक पहल हैं, बल्कि संवेदना और समान अवसर के प्रतीक भी हैं।
