नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कई दल अभी भी चुनावी पराजय से बाहर नहीं निकल पाए हैं और संसद में सार्थक चर्चा के बजाय बयानबाजी कर रहे हैं। पीएम मोदी ने यह भी संकेत दिया कि सरकार सत्र के दौरान लगभग 14 विधेयक पेश करने की तैयारी में है।
‘पराजय नहीं पचा पा रहे कुछ दल’ — पीएम मोदी का तंज
प्रधानमंत्री ने संसद परिसर में मीडिया से कहा—
“यह सत्र देश के भविष्य, देश की नीतियों और संसद की जिम्मेदारियों पर केंद्रित होना चाहिए। विपक्ष भी रचनात्मक भूमिका निभाए, लेकिन कुछ दल हार को अब तक पचा नहीं पा रहे हैं।”
उन्होंने बिहार चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए कहा—
“मुझे लगा था कि इतने दिन बीत जाने के बाद विपक्ष सुधर जाएगा, लेकिन कल की बयानबाजी से साफ है कि पराजय ने उन्हें अभी भी परेशान कर रखा है।”
‘सत्र बौखलाहट या अहंकार का मंच न बने’
मोदी ने सभी दलों से अपील करते हुए कहा—
“यह शीतकालीन सत्र हार की बौखलाहट या जीत के अहंकार का मैदान नहीं होना चाहिए। संसद में संतुलन और जिम्मेदारी दोनों जरूरी हैं। जनता ने हमें जो दायित्व दिया है, उसे ईमानदारी से निभाना होगा।”
SIR पर टकराव के आसार, विपक्ष तैयार
सूत्रों के अनुसार विपक्ष शीतकालीन सत्र में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाने की तैयारी में है।
प्रदेशों में SIR को लेकर चल रहे विवाद और राजनीतिक तनाव के चलते इस विषय पर संसद में भी गर्माहट बढ़ने की पूरी संभावना है।
सरकार 14 विधेयक ला सकती है
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की बड़ी जीत के बाद केंद्र सरकार इस सत्र में 14 महत्वपूर्ण विधेयक लाने की योजना बना रही है। माना जा रहा है कि इनमें प्रशासनिक सुधार, डिजिटल गवर्नेंस और आर्थिक नीतियों से जुड़े बिल शामिल हो सकते हैं।
