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फ्लाइट किरायों पर सरकार का शिकंजा, मनमानी वसूली पर सख्त चेतावनी; इंडिगो संकट से बढ़ी यात्रियों की परेशानी

फ्लाइट किरायों पर सरकार का शिकंजा, मनमानी वसूली पर सख्त चेतावनी; इंडिगो संकट से बढ़ी यात्रियों की परेशानी

नई दिल्ली। देशभर में उड़ानों के बड़े पैमाने पर रद्द होने के बीच अब हवाई किरायों को लेकर सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। खासतौर पर इंडिगो के परिचालन संकट के कारण उत्पन्न हालात में कुछ एयरलाइनों द्वारा टिकट के दाम अचानक बढ़ाने को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्त चेतावनी जारी की है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि तय सीमा से अधिक किराया वसूलने पर संबंधित एयरलाइन के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

बीते चार दिनों में 1700 से अधिक उड़ानें रद्द होने से यात्रियों की परेशानियां कई गुना बढ़ गई हैं। देश के लगभग सभी बड़े एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इस अव्यवस्था के बीच कुछ एयरलाइनों द्वारा टिकट दरों में बेतहाशा बढ़ोतरी की शिकायतें सामने आने के बाद मंत्रालय ने किराया नियंत्रण के लिए हस्तक्षेप किया है।


नई किराया सीमा लागू, रीयल-टाइम मॉनिटरिंग

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइनों को निर्देश दिए हैं कि वे तय की गई अस्थायी किराया सीमा का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। मंत्रालय के अनुसार, हालात सामान्य होने तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। इसके साथ ही एयरफेयर पर रीयल-टाइम निगरानी रखी जाएगी और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर बिना देरी कार्रवाई होगी।

सरकार का कहना है कि मौजूदा संकट में यात्रियों का शोषण किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यात्रियों के हित सर्वोपरि हैं।


एयरपोर्ट बने इंतजारगाह

लगातार उड़ानें रद्द होने से कई एयरपोर्ट्स की स्थिति किसी रेलवे स्टेशन जैसी हो गई है। यात्री घंटों, यहां तक कि पूरी रात फ्लाइट के इंतजार में फर्श पर बैठने या लेटने को मजबूर हैं। कई यात्रियों का कहना है कि न तो उन्हें होटल मुहैया कराया गया और न ही खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था की गई।

चारों ओर बिखरे सूटकेस, ट्रॉली और परेशान चेहरे इस बात की गवाही देते हैं कि हवाई यात्रा व्यवस्था फिलहाल गंभीर दबाव में है। इंडिगो ने पहले ही यात्रियों से असुविधा के लिए माफी मांगी है, लेकिन हालात अब भी पूरी तरह सामान्य होते नहीं दिख रहे।


रेलवे ने बढ़ाया हाथ, स्पेशल ट्रेनों का ऐलान

हवाई सेवाओं पर बढ़ते दबाव को देखते हुए साउथ ईस्टर्न रेलवे ने यात्रियों को राहत देने के लिए कई विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। रेलवे ने एयरपोर्ट प्रबंधन से इन ट्रेनों की जानकारी यात्रियों तक पहुंचाने को भी कहा है, ताकि फंसे हुए लोग वैकल्पिक यात्रा विकल्प चुन सकें।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अतिरिक्त भीड़ और यात्रियों की मजबूरी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।


पांचवें दिन भी सामान्य नहीं हुआ इंडिगो संचालन

इंडिगो संकट अब पांचवें दिन में प्रवेश कर चुका है। एयरलाइन का दावा है कि धीरे-धीरे उड़ान संचालन बहाल किया जा रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आज भी देश के कई एयरपोर्ट्स पर बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द हुई हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे समेत कई प्रमुख शहरों में यात्री अभी भी भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

एयरलाइन का कहना है कि स्थिति पर लगातार काम किया जा रहा है और यात्रियों से फ्लाइट स्टेटस चेक कर ही एयरपोर्ट आने की अपील की गई है।


निष्कर्ष

जहां एक ओर उड़ान रद्द होने से हवाई यात्री हलकान हैं, वहीं सरकार ने किराया बढ़ोतरी पर सख्ती दिखाकर साफ संकेत दे दिया है कि संकट का फायदा उठाने वाली एयरलाइनों को बख्शा नहीं जाएगा। अब देखना यह है कि यह सख्ती जमीन पर यात्रियों को कितनी राहत दिला पाती है।


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Editor Jamhoora

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