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इंडिगो ऑपरेशनल संकट गहराया: दिल्ली से सभी उड़ानें रद्द, चार दिनों में 1000 फ्लाइट प्रभावित — संसद में भी उठा मुद्दा, यात्रियों की परेशानियां चरम पर

इंडिगो ऑपरेशनल संकट गहराया: दिल्ली से सभी उड़ानें रद्द, चार दिनों में 1000 फ्लाइट प्रभावित — संसद में भी उठा मुद्दा, यात्रियों की परेशानियां चरम पर

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों गंभीर परिचालन संकट से गुजर रही है। शुक्रवार को यह संकट अपने चरम पर तब पहुंच गया जब दिल्ली एयरपोर्ट से इंडिगो की आज की सभी उड़ाने रद्द कर दी गईं। केवल दिल्ली से ही 235 फ्लाइट्स रद्द हुईं, जबकि बीते चार दिनों में कुल 1000 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं।
देशभर के कई एयरपोर्ट्स पर सुबह से यात्रियों की भारी भीड़, लंबी लाइनें और अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला।

क्रू शॉर्टेज और नए FDTL नियमों ने बनाया गंभीर हालात

इंडिगो वर्तमान में केबिन क्रू और पायलट शॉर्टेज का सामना कर रही है। इसी बीच उड़ान सुरक्षा से जुड़े नए FDTL (Flight Duty Time Limit) नियमों ने स्थिति और कठिन बना दी है।
नए नियमों में—

  • पायलटों का साप्ताहिक रेस्ट 36 से बढ़ाकर 48 घंटे कर दिया गया
  • एक सप्ताह में अधिकतम दो नाइट लैंडिंग
  • लगातार दो से ज्यादा रात्रिकालीन ड्यूटी की अनुमति नहीं

इन बदलावों के कारण बड़ी संख्या में पायलट निर्धारित ड्यूटी नहीं कर पा रहे हैं, और अचानक फ्लाइट क्रू उपलब्धता घटने से ऑपरेशन ठप पड़ने लगे।

इंडिगो ने DGCA को बताया है कि उड़ान संचालन को स्थिर होने में 10 फरवरी 2026 तक का समय लग सकता है। एयरलाइन ने DGCA से रात के संचालन संबंधित नियमों पर अस्थायी छूट भी मांगी है।


दिल्ली के अलावा हैदराबाद समेत कई शहरों में उड़ानें रद्द

सूत्रों के मुताबिक,

  • हैदराबाद एयरपोर्ट पर 90 से अधिक इंडिगो उड़ानें रद्द हुई हैं
  • मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता सहित कई शहरों में सैकड़ों उड़ानें देरी से चल रही हैं
  • यात्रियों को मेडिकल सहायता देने के लिए दिल्ली T1, T2 और T3 टर्मिनलों पर विशेष मेडिकल सेंटर बनाए गए हैं

संकट संसद तक पहुँचा — राहुल गांधी का सरकार पर हमला

यह मामला अब संसद में भी गूंजने लगा है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एयरलाइन सेक्टर में “मोनोपॉली मॉडल” का आरोप दोहराते हुए कहा—

“इंडिगो संकट सरकार की गलत नीतियों की कीमत है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खत्म हो गई है और इसका नुकसान आम यात्रियों को झेलना पड़ रहा है।”

राहुल गांधी ने इसे “मैच-फिक्सिंग मोनोपॉली” का मॉडल बताया और एविएशन सेक्टर में फेयर कॉम्पिटिशन सुनिश्चित करने की मांग की।


राज्यसभा में भी उठा मुद्दा, MP बोले—यात्राएं करना मुश्किल हो गया

राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इंडिगो की अव्यवस्था का असर न सिर्फ आम यात्रियों पर, बल्कि सांसदों पर भी पड़ रहा है, जो अपने क्षेत्रों में लौट नहीं पा रहे।

केंद्रीय मंत्री किरें रिजिजू ने बताया कि मामला गंभीर है और इस पर नागरिक उड्डयन मंत्री विस्तृत बयान देंगे।


इंडिगो की सफाई—“अगले कुछ दिनों तक उड़ानें कम रहेंगी”

इंडिगो का कहना है कि—

  • संचालन को सामान्य करने में अभी समय लगेगा
  • कई उड़ानों का समय बदला जाएगा
  • यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे एयरपोर्ट निकलने से पहले फ्लाइट स्टेटस चेक करें

एयरलाइन ने असुविधा के लिए खेद जताते हुए कहा कि मौजूदा चुनौतियों के बीच सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।


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Editor Jamhoora

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