रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को रायपुर पहुंचे, जहां उन्होंने नवा रायपुर के सेक्टर-20 स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर रिट्रीट सेंटर – एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड’ का लोकार्पण किया। यह केंद्र सात वर्षों के लंबे निर्माण कार्य के बाद तैयार हुआ है और इसे राजस्थानी स्थापत्य कला की शैली में बनाया गया है।
कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी जयंती, अतिरिक्त महासचिव डॉ. राजयोगी बीके मृत्युंजय, और रायपुर संचालिका बीके सविता सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “ब्रह्माकुमारी संस्थान ने सदैव समाज में सकारात्मक सोच, नैतिकता और आत्मशक्ति का संदेश दिया है। शांति शिखर केंद्र आध्यात्मिक जागरण और मानव कल्याण का केंद्र बनेगा।”

सात वर्षों में बना ‘शांति शिखर’
‘शांति शिखर’ भवन की नींव 15 जनवरी 2018 को तत्कालीन क्षेत्रीय निदेशिका राजयोगिनी बीके कमला के मार्गदर्शन में रखी गई थी। भवन के निर्माण में 150 से अधिक ट्रकों में जोधपुर से पिंक स्टोन मंगवाए गए और राजस्थानी कारीगरों ने सात साल की मेहनत से इसे तैयार किया।
यह भवन 105 फीट ऊंचा, 150 फीट चौड़ा और 225 फीट लंबा है तथा इसे प्रेस-टेंसाइल बीम तकनीक से बनाया गया है — यह तकनीक आमतौर पर बड़े पुलों के निर्माण में प्रयोग होती है।
ब्रह्माकुमारीज़ का सबसे अनोखा रिट्रीट सेंटर
करीब दो एकड़ भूमि पर बना यह पांच मंजिला भवन हाईटेक सुविधाओं से लैस है। यह ब्रह्माकुमारी संस्था का विश्वभर में गुलाबी पत्थर से बना पहला केंद्र है। रायपुर क्षेत्र के अंतर्गत वर्तमान में 50 सेवाकेंद्र और 500 उपसेवाकेंद्र संचालित हैं।
संस्थान की रायपुर संचालिका बीके सविता ने बताया कि “शांति शिखर केवल ध्यान और साधना का स्थल नहीं, बल्कि समाज में नैतिक जागरूकता और जीवन मूल्यों को मजबूत करने का माध्यम बनेगा।”
भवन की प्रमुख सुविधाएं
- 2000 लोगों की क्षमता वाला एलईडी युक्त एसी ऑडिटोरियम
- 400 लोगों के लिए दो सेमिनार हॉल
- 100 लोगों के एक साथ ध्यान करने हेतु मेडिटेशन हॉल
- 25 लोगों की क्षमता वाली लाइब्रेरी
- 100 अतिथियों के लिए सुविधायुक्त आवासीय कक्ष
- 300 लोगों के लिए डायनिंग हॉल
- 200 लोगों की क्षमता वाला वीडियो थिएटर
समाजसेवा और जागरूकता कार्यक्रम
‘शांति शिखर’ में समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं –
- राजयोग मेडिटेशन और आध्यात्मिक शिक्षा के नि:शुल्क कोर्स
- स्ट्रेस मैनेजमेंट और लीडरशिप ट्रेनिंग कैंप
- महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण कार्यक्रम
- पर्यावरण संरक्षण, प्राकृतिक खेती, नशामुक्ति, और हृदय रोग जागरूकता अभियान
- मूल्यनिष्ठ शिक्षा एवं आवासीय ट्रेनिंग प्रोग्राम
दान और सहयोग से साकार हुआ सपना
इस भवन के निर्माण में संस्थान से जुड़े 11,000 सदस्यों ने वर्ष 2018 से प्रतिदिन कम से कम ₹1 का दान दिया। इसके अतिरिक्त कई समाजसेवियों ने निर्माण सामग्री और श्रमदान के रूप में योगदान दिया।
राजयोगी ओम प्रकाश भाईजी और राजयोगिनी कमला के संकल्प और समाज के सहयोग से आज यह भवन ‘शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक’ बनकर खड़ा है।
