रायपुर। रायपुर नगर निगम में लंबे समय से चल रहे नेतृत्व विवाद पर आखिरकार विराम लग गया है। कांग्रेस ने संगठनात्मक फेरबदल करते हुए आकाश तिवारी को रायपुर नगर निगम का नया नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है। यह जिम्मेदारी अब तक संदीप साहू के पास थी। निगम सभापति सूर्यकांत राठौर ने मंगलवार को आदेश जारी कर तिवारी की नियुक्ति की पुष्टि की।
10 महीने से अटका था पद
रायपुर नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल के भीतर पिछले करीब 10 महीनों से नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर असहमति बनी हुई थी। संगठन और पार्षदों के बीच राय नहीं बन पाने से यह पद लंबे समय से खाली था। कई दौर की चर्चाओं के बाद आखिरकार पार्टी ने युवा नेता आकाश तिवारी पर भरोसा जताया है।
सभापति ने किया औपचारिक ऐलान
मंगलवार को निगम सभापति सूर्यकांत राठौर ने आदेश जारी कर तिवारी को नया नेता प्रतिपक्ष घोषित किया। इससे पहले यह जिम्मेदारी संदीप साहू निभा रहे थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार, यह बदलाव संगठन में नई ऊर्जा और समन्वय लाने के उद्देश्य से किया गया है।
कांग्रेस ने युवाओं पर जताया भरोसा
आगामी नगरीय निकाय चुनावों को देखते हुए कांग्रेस ने विपक्षी नेतृत्व में युवा चेहरा आगे लाने का फैसला लिया है। आकाश तिवारी को एक सक्रिय, जमीनी और आक्रामक नेता माना जाता है। पार्टी अब नगर निगम में विपक्ष की भूमिका को और प्रभावी बनाना चाहती है।
“पार्टी ने जो भरोसा मुझ पर जताया है, उस पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा। जनता के मुद्दे, सफाई व्यवस्था, जल संकट और विकास कार्यों में पारदर्शिता मेरी प्राथमिकता रहेगी। कांग्रेस पार्षद दल अब और संगठित होकर जनता की समस्याओं को मजबूती से उठाएगा।”
— आकाश तिवारी, नेता प्रतिपक्ष, रायपुर नगर निगम
संगठन में एकजुटता और संतुलन की कवायद
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, इस बदलाव के ज़रिए पार्टी ने रायपुर नगर निगम में अपनी पकड़ मजबूत करने और संगठन में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है। पार्टी अब भाजपा शासित निगम में विपक्ष की भूमिका को और आक्रामक बनाने की रणनीति पर काम कर रही है।
विवाद कैसे शुरू हुआ था
रायपुर नगर निगम का चुनाव 11 फरवरी को हुआ था, जिसके परिणाम 15 फरवरी को घोषित किए गए। भाजपा को 60, कांग्रेस को 7 और 3 निर्दलीय पार्षदों ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 18 मार्च को संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया था।
17 अप्रैल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 10 नगर निगमों के लिए नए नेता प्रतिपक्षों की सूची जारी की, जिसमें वार्ड क्रमांक-34 से निर्दलीय चुनाव जीतकर बाद में कांग्रेस में शामिल हुए आकाश तिवारी का नाम शामिल था। इसके बाद विवाद गहराता चला गया और संदीप साहू सहित कई पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
अब कांग्रेस के इस निर्णय के साथ संगठन में नया संतुलन स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है।
