Chhattisgarh

महाराजा अग्रसेन पर विवादित टिप्पणी का विरोध, अग्रवाल समाज ने किया थाने का घेराव — छत्तीसगढ़ क्रांति सेना अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ FIR दर्ज

महाराजा अग्रसेन पर विवादित टिप्पणी का विरोध, अग्रवाल समाज ने किया थाने का घेराव — छत्तीसगढ़ क्रांति सेना अध्यक्ष अमित बघेल के खिलाफ FIR दर्ज

रायपुर। छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा महाराजा अग्रसेन, भगवान झूलेलाल और राष्ट्रनायकों को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में पूरे प्रदेश में अग्रवाल समाज उग्र हो गया है। रायपुर में मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में समाजजन सड़कों पर उतरे और कोतवाली थाने का घेराव करते हुए आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।

पुलिस ने शिकायत के आधार पर अमित बघेल के खिलाफ धारा 299 बीएनएस 2023 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

राष्ट्रीय स्तर पर विरोध की लहर

अग्रवाल सभा अध्यक्ष विजय अग्रवाल ने बताया कि बघेल के अमर्यादित बयान से न केवल प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी विरोध तेज़ हो गया है। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के वरिष्ठ पदाधिकारी और विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि लगातार टेलीफोनिक माध्यम से आपत्ति जता रहे हैं और सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

प्रदेशभर में थानों का घेराव

विजय अग्रवाल ने बताया कि रायगढ़, अंबिकापुर, सरगुजा और सराईपाली समेत प्रदेश के सभी जिलों में समाजजन स्थानीय थानों का घेराव कर रहे हैं। हर जगह FIR दर्ज करवाने और न्यायिक कार्रवाई की मांग की जा रही है।

“राष्ट्रपुरुषों का अपमान बर्दाश्त नहीं”

सभा के संगठन मंत्री योगी अग्रवाल ने कहा कि महाराजा अग्रसेन त्याग, सेवा और समानता के प्रतीक हैं। उनके साथ-साथ भगवान झूलेलाल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे राष्ट्रपुरुषों के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है।

समाज की गरिमा की रक्षा के लिए एकजुटता

कार्यक्रम में समाज के प्रमुख पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इनमें मनमोहन अग्रवाल, रिवल्लभ अग्रवाल, योगी अग्रवाल, सतपाल जैन, कैलाश मुरारका, सुभाष अग्रवाल, सी.एस. सौरभ अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, विपिन अग्रवाल, महेश अग्रवाल और अन्य वरिष्ठजन शामिल थे।

प्रदेश अध्यक्ष किशन अग्रवाल ने कहा कि समाज का यह विरोध किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि संस्कार, परंपरा और समाज की गरिमा की रक्षा के लिए है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ऐसी टिप्पणी दोहराई गई, तो समाज प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए तैयार रहेगा।


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Editor Jamhoora

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