रायपुर। राजधानी रायपुर के वीआईपी चौक पर छत्तीसगढ़ की अस्मिता का प्रतीक ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ की प्रतिमा को कुछ अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार देर रात हुई इस घटना ने स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया।
प्रतिमा को उखाड़े जाने की सूचना मिलते ही छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और क्षेत्रवासियों ने मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों ने इसे प्रदेश की संस्कृति और सम्मान पर हमला बताया और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का कड़ा बयान
मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा—
“छत्तीसगढ़ महतारी प्रदेश की आस्था और सम्मान का प्रतीक हैं। प्रतिमा के साथ की गई ये हरकत अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जल्द से जल्द आरोपियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस ने दर्ज की FIR, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं
घटना तेलीबांधा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है। सिविल लाइन सीएसपी रमाकांत साहू ने बताया कि पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
- आईटीएमएस कंट्रोल रूम से आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज निकाली जा रही है।
- जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ महतारी सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान है। इसलिए ऐसी घटना को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। कई सामाजिक संगठनों ने जुलूस निकालने और शांतिपूर्ण धरना देने की चेतावनी भी दी है।
