महासमुंद। जिले के कोमाखान क्षेत्र के बिडोरा गांव में सोमवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब जंगल में लकड़ी बीनने गए तीन ग्रामीणों पर भालुओं के झुंड ने हमला कर दिया। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद महासमुंद मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
🪵 जंगल में अचानक हुआ हमला
जानकारी के मुताबिक, बिडोरा गांव के निवासी जंगल में रोज़ की तरह लकड़ी बीनने गए थे। तभी झाड़ियों के बीच से दो भालू और उनके दो शावक निकल आए और ग्रामीणों पर टूट पड़े।
हमले में दानबाई ठाकुर (60 वर्ष), छबिलाल साहू (49 वर्ष) और सावित्री ठाकुर (40 वर्ष) घायल हुए हैं। तीनों के सिर, हाथ और कमर में गंभीर चोटें आई हैं।
🏥 इलाज के लिए रेफर, आर्थिक सहायता भी मिली
घटना के बाद ग्रामीणों ने किसी तरह घायल लोगों को बागबहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए महासमुंद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
वन विभाग ने तुरंत राहत राशि के तौर पर प्रत्येक को 500 रुपए की सहायता प्रदान की है।
🌲 बढ़ते वन्यजीव हमलों से ग्रामीणों में दहशत
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से क्षेत्र में भालुओं की आवाजाही बढ़ गई है, जिससे लोग जंगल जाने से डर रहे हैं। वन विभाग ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि भालुओं की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
