रायपुर। भाजपा नेता बसंत अग्रवाल का बयान – “विधायक मेरे सामने कहीं नहीं लगते” – सोशल मीडिया पर वायरल होते ही सियासी तूफान खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर शेयर किया, वहीं अब भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है।
कैसे शुरू हुआ विवाद
रविवार को रायपुर में बसंत अग्रवाल ने बागेश्वर धाम पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा को लेकर प्रेसवार्ता की थी। इस दौरान पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा –
“विधायक मेरे सामने कहीं (कुछ) नहीं लगते। एक तरफ मंत्री और दूसरी तरफ मुझे खड़ा कर लो, देख लीजिए किसे ज्यादा नमस्कार होगा।”
उनका यह बयान देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से वीडियो साझा करते हुए लिखा कि भाजपा नेता बसंत अग्रवाल खुद को विधायकों और मंत्रियों से अधिक शक्तिशाली बता रहे हैं। कांग्रेस ने व्यंग्य करते हुए लिखा – “धर्म के नाम पर चेहरा चमकाने वाले ऐसे कथित नेता ही एक दिन फरार होते हैं और भाजपा उन्हें संरक्षण देती है।” साथ ही सरकार पर किसान संकट, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था बिगड़ने के आरोप भी लगाए।
अजय चंद्राकर की प्रतिक्रिया
बसंत अग्रवाल के बयान पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा –
“उन्होंने भगवान उसको और आगे बढ़ाए। आत्मविश्वास के पीछे ताकत जरूर होती है। लेकिन मैं अगर खुद को भगवान कह दूं तो क्या मैं भगवान हो जाऊंगा?”
बसंत अग्रवाल की सफाई
बढ़ते विवाद के बीच बसंत अग्रवाल ने सफाई दी कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उनका मकसद विधायकों का अपमान करना नहीं था, बल्कि संदर्भ अलग था। उन्होंने कहा कि यह सब उन्हें बदनाम करने की साज़िश है और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।
कौन हैं बसंत अग्रवाल?
रायपुर शहर में बसंत अग्रवाल जमीन कारोबार और बड़ी कथाओं के आयोजन के लिए जाने जाते हैं। 2023 विधानसभा चुनाव में उन्होंने रायपुर पश्चिम से टिकट की दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने सीनियर नेता राजेश मूणत को उम्मीदवार बनाया। चुनाव में मूणत ने जीत दर्ज की थी।
